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पीएम किसान सम्मान निधि योजना

पीएम किसान सम्माननिधि योजना की अगर अभी तक नही आई 11वीं किस्त, तो यहां करें शिकायत

पीएम किसान सम्माननिधि योजना की अगर अभी तक नही आई 11वीं किस्त, तो यहां करें शिकायत

पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi ) की 11वीं किस्त डाल दी गई है। अगर आप भी इस योजना के पात्र हैं और आपकी भी 11वीं किस्त के पैसे नहीं आए हैं तो चिंता की कोई बात नहीं है। आप पीएम द्वारा दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर जाकर इसकी शिकायत कर सकते हैं। पिछले महीने पीएम नरेंद्र मोदी जी द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि की ग्यारहवीं किस्त के साथ 31 माई को डाली गई इस किस्त के माध्यम से कई किसानों को ₹2000 प्राप्त हुए लेकिन अभी भी कई किसान ऐसे हैं जिनके खाते में उनके ₹2000 नहीं आए हैं। तो आपको अब चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा एक हेल्प लाइन नंबर लांच किया गया है जिस पर कॉल करके आप अपनी समस्या का निराकरण कर सकते हैं।

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क्यों नहीं आ रहे सम्मान निधि के रुपए :-

बीते महीने पीएम द्वारा सम्मान निधि की ग्यारहवीं के डाली गई है ऐसे में कई किसानों को उनके रुपए प्राप्त नहीं हुए हैं। इस समस्या का निराकरण करने के लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर 011-24300606 लांच किया गया है जिस पर जाकर आप शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री जी द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर 18001155266 पर भी जाकर आप इस समस्या का हल पा सकते हैं। साथ ही एक और हेल्पलाइन नंबर 0120-6025109 मैं भी आप अपनी शिकायत कर सकते हैं। इसके साथ ही आप पीएम की इस योजना की वेबसाइट pmkisan-ict@gov.in मैं जाकर भी अपनी समस्या का निराकरण पा सकते हैं। 

किन कारणों से नहीं आ रहे पैसे :-

किसानों के खाते में रुपए ना आने का मुख्य कारण होता है उनकी संपूर्ण जानकारी शासन को ना प्राप्त होना और उनका नाम लिस्ट में ना होना ऐसा इसलिए होता है कि कई किसानों का नाम पुरानी लिस्ट में तो होता है लेकिन किसी कारणवश उनका नाम नहीं लिस्ट में नहीं आ पाता इसलिए नई लिस्ट में नाम ना आप आने के कारण किसानों के खाते में ₹2000 नहीं भेजे जाते।

किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के फायदे

किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के फायदे

खेती के लिए किसान किसी बैंक से या वही के किसी सेठ से पैसे उधार पे लेते है, और बैंक या सेठ पैसे के साथ ब्याज भी बहुत ज्यादा रख देता है. 

बाद में जअब पैसे वापस करने होते है तो बहुत ज्यादा ब्याज की वजह से किसान जितना कमाते है उतना उनका उधर चुकाने में चला जाता है. जिस वजह से सरकार ने किसानों के लिए सस्ते लोन लेने के लिए और साहूकारों के कर्ज से बचने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड किसानों के लिए बनवाया है. 

3 लाख तक का कर्ज 9 प्रतिशत की ब्याज दर पे मिलता है . जिसमे सरकार 2 प्रतिशत तक की सब्सिडी और अगर आपने अपने लोन के पैसे निर्धारित समय पर वापस कर दिए तो ब्याज में 3% की और छूट मिल जाएगी. 

इस तरह तो सिर्फ 4% ब्याज दर पे 3 लाख का लोन किसान क्रेडिट कार्ड से मिलेगा. किसान क्रेडिट कार्ड से 1.60 लाख तक का लोन किसान बिना कोई गारंटी दिखाए ले सकता है.

किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाए

किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना बहुत आसान है. इसे बनवाने से आपको खेती के लिए सस्ते दरों पर लोन मिल जाएगा. अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी है तो आप केसीसी आसानी से बनवा सकते है.  

पीएम किसान की अधिकारिक वेबसाइट  में आप जाकर किसान क्रेडिट फॉर्म को डाउनलोड कर प्रिंट निकलवा ले फिर उसमे जो भी डिटेल्स हो भरने को कही हो वो भर दे. इसमें आवेदक का आधार कार्ड और पैन कार्ड की फोटो कॉपी लगाइए. 

और साथ ही किसान की पासपोर्ट साइज फोटो. साथ ही साथ एक एफिडेविट भी होना चाहिए जिसमे लिखा हो कि," मैने किसी और बैंक से लोन नहीं लिया है और न ही मेरा किसी बैंक में बकाया है". 

नजदीक के किसी बैंक में इस फॉर्म को जमा करवा दे. यदि बैंक को आपका आवेदन सही लगता है तो वो आपका 14 दिन के अंदर आपका कार्ड बन जाएगा.

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आप किसी नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर जाकर भी इसके लिए अप्लाई कर सके है. इसमें पट्टेदार व बटाईदार भी इसका लाभ उठा सकते हैं. यहां से किसान केसीसी आसानी से बनावा सकते है. समय पर मूलधन और ब्याज जमा कर आप इसका अधिक लाभ उठा सकते है. 

किसानों का काम सरकार ने किया आसान

पहले किसानों के लगभग 5 हजार रूपए क्रेडिट कार्ड बनवाने पर प्रॉसेसिंग फीस के रूप में लग जाते थे. परंतु अब 3 लाख रुपए तक के लोन के लिए कोई भी बैंक अप्लीकेंट से प्रोसेसिंग फीस, वेरिफिकेशन, लेजर फाॅलियों चार्ज और सर्विस टैक्स नहीं मांग सकता है.

पीएम किसान सम्मान निधि : उत्तर प्रदेश में 21 लाख किसान अपात्र, अगली किस्त में हो सकती है देरी

पीएम किसान सम्मान निधि : उत्तर प्रदेश में 21 लाख किसान अपात्र, अगली किस्त में हो सकती है देरी

उत्तर प्रदेश में 21 लाख किसान अपात्र पाए गए हैं जो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) का लाभ उठा रहे थे. सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा है कि योजना के तहत, इन अपात्र किसानों को भुगतान किया गया पैसा उनसे जल्द से जल्द वसूल किया जाएगा. यह योजना एक जनकल्याणकारी योजना है जिसमें किसानों को हर साल खेती करने के लिए 6 हजार रुपये उनके खातों में भेजा जाता है. इस वक़्त देश में करोड़ों किसान 'पीएम किसान योजना' की अगली किस्त का जारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ 21 लाख लोगों का इस योजना में अपात्र होना कई सारे सवाल खड़े करता है. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 21 लाख किसान जांच के दौरान अपात्र पाए गए हैं. उत्तर प्रदेश में केंद्र सरकार की इस योजना के अंतर्गत लगभग 2.85 करोड़ किसान पंजीकृत हैं, जिनमें से 21 लाख लाभार्थी जांच के दौरान अपात्र पाए गए हैं. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि योजना के तहत अब तक इन अपात्र किसानों को भुगतान की गई सभी राशि को जल्द से जल्द वसूल लिया जायेगा.


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पति-पत्नी दोनों ले रहें थे लाभ

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बताया कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें पति-पत्नी दोनों को पीएम किसान योजना का लाभ मिल रहा था. सरकार ने इसको गंभीरता से लेते हुए अपात्र किसानों से धन की वसूली की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है. शाही ने यह भी कहा कि जो किसान अपनी 12 वीं क़िस्त का इन्तजार कर रहें है, उन्हें घबराने की ज़रूरत नहीं हैं. इस महीने के अंत तक 12 वीं क़िस्त की राशि किसानों के खाते में भेज दी जाएगी और सिर्फ उन्हीं किसानों को इसका लाभ मिलेगा जिनके भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन पीएम-किसान वेबसाइट पर पूरा हो गया है. कृषि मंत्री के मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी के मुताबिक़, आधिकारिक वेबसाइट पर डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया युद्धस्तर पर की जा रही है और और इस योजना का लाभ उन्ही किसानों को मिलेगा जो इस योजना के पात्र हैं.

कृषि मंत्री की किसानों से अपील

कृषि मंत्री ने किसानों से अपील किया कि किसान अपना डाटा जल्द से जल्द संग्रह कर के पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड करें, ताकि अगली किस्त छूट न जाए. उन्होंने यह भी बताया की अब तक 1.50 करोड़ से अधिक किसानों के भूमि अभिलेखों को वेबसाइट पर लोड करने का कार्य किया जा चुका है. फरवरी 2019 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए PM-KISAN के तहत, पात्र किसानों को न्यूनतम आय सहायता के रूप में तीन किस्तों में प्रति वर्ष ₹6,000 तक मिलते हैं. उत्तर प्रदेश में लगभग 2.50 करोड़ किसान है, जिन्हें इस योजना का लाभ मिलता हैं. प्रत्येक किश्त का 100% त्रुटि मुक्त डेटा की प्राप्ति के बाद ही किसानों के बैंक खातों में पैसे भजे जाते हैं, लेकिन जिस तरह से उत्तर प्रदेश में गड़बड़ी का मामला सामने आया है उससे यह साफ़ जाहिर होता है कि व्यापक पैमाने पर पुरे देश में इस योजना का गलत रूप से लाभ लिया जा रहा है. वैसे लोग जो अपात्र हैं, जो आयकर दाता है, वो आखिर किस तरह से इस योजना का लाभ ले रहे थे?


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उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने कहा कि यह मुद्दा राजनीतिक रूप से बहुत ही संवेदनशील है. लेकिन सरकार को केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार कार्य करना होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल पात्र किसान ही पीएम-किसान के तहत लाभ प्राप्त कर पाए. इस तरह के जन कल्याणकारी योजनाओं में गड़बड़ी का मामला सिर्फ उतर प्रदेश जैसे राज्यों में ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी होने की खबर आई हैं. राजस्थान में भी इस तरह के फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया हैं. कमेटी द्वारा जब जांच की गयी तो यह पता चला कि तहसीलदार की आईडी का दुरुपयोग करके अपात्र लोगों को योजना के लाभ लेने के लिए पात्र बनाया गया था, जिसमें 192 आईपी (IP address) का दुरुपयोग किया गया था. आईपी अड्रेस (IP Address) की लिस्ट के साथ राजस्थान में एफआईआर को दर्ज कराया गया हैं. मामले में गड़बड़ी और लापरवाही के आरोप में वहाँ के वर्तमान तहसीलदार के खिलाफ सरकार ने सख्ती से करवाई शुरू कर दी हैं.
पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ क्या पति पत्नी दोनों को मिलेंगे

पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ क्या पति पत्नी दोनों को मिलेंगे

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को प्रति वर्ष ₹6000 मुहैया कराया जाता है। यह ₹6000 रुपए तीन किस्तों में किसानों को कृषि के कार्य करने हेतु दिया जाता है, जिससे किसानों को कृषि कार्य हेतु आर्थिक सहायता मिलती है। कुछ महीनों से यह योजना काफी चर्चा में इसलिए है क्योंकि व्यापक पैमाने पर अपात्र किसान इस योजना का लाभ लेते पाए गए हुए हैं। बात अगर उत्तर प्रदेश राज्य की करें तो लगभग 21 लाख अपात्र किसान इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ ले रहे थे, जिसको लेकर सरकार ने कड़ा निर्देश जारी किया था और पैसे की रिकवरी के लिए भी कड़े कदम उठाए थे। अमूमन हर राज्य का लगभग इसी तरह का हाल है, हर राज्य में व्यापक पैमाने पर इस महत्वकांक्षी योजना में गड़बड़ी देखने और सुनने को मिल रही है, जिसको लेकर सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण गाइडलाइंस जारी किए हैं। इस योजना में बहुत सारे ऐसे मामले भी हैं, जिसमें पति और पत्नी दोनों इस योजना का लाभ ले रहे थे, जिसको लेकर बहुत सारे अड़चन थे कि क्या पति और पत्नी दोनों पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले सकते हैं ? सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइंस में यह साफ तौर पर कहा गया है कि इस योजना का लाभ पति और पत्नी दोनों नहीं ले सकते हैं। ऐसा करने वाले इस योजना से वंचित हो जाएंगे और उन्हें अपात्र घोषित कर दिया जाएगा। अगर कोई भी व्यक्ति इस तरह का कार्य करता है, तो सरकार उसे फर्जी साबित करते हुए योजना के अंतर्गत उठाए गए पैसों की रिकवरी करेगी। जब से इस योजना में गड़बड़ी हुई है तब से सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं और कुछ गाइडलाइंस जारी किए हैं, जिसमें यह साफ तौर पर कहा गया है कि पति और पत्नी दोनों इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। वहीं अगर पति और पत्नी दोनों में से कोई एक भी इनकम टैक्स को पार करता है, तो भी वह इस योजना का लाभ उठाने से वंचित रह जाएंगे। वैसे किसान जो दूसरे के खेतों में खेती करते हैं, वह भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। साथ ही साथ इस तरह के किसान जो इनकम टैक्स पार करते हैं वह भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। कोई व्यक्ति अगर संवैधानिक पद पर विराजमान है तो वह भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए लैंड का ओनरशिप होना अनिवार्य है। किसान परिवार से सिर्फ एक ही व्यक्ति इस योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकता है।


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पीएम किसान सम्मान निधि योजना का किसे मिल सकता है लाभ

इस योजना का लाभ मुख्य तौर पर उन गरीब किसानों के लिए है जिनके पास 2 हेक्टेयर से ज्यादा की जमीन नहीं है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। अगर कोई किसान किसी सरकारी पेंशन इस स्कीम का लाभ उठा रहा है, तो वह भी इस योजना का लाभ नहीं ले सकता है और अगर कोई किसान अपनी खेती की जमीन का उपयोग कृषि के कार्य को छोड़कर किसी अन्य कार्य करने के लिए कर रहा है, तो वह भी किसान इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाएगा।

17 अक्टूबर को मिल चुकी है 12वीं किस्त की रकम

इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार के द्वारा वर्ष 2019 में की गई थी। दिवाली से पहले ही 17 अक्टूबर को किसानों के खाते में 12वीं किस्त के ₹2000, केंद्र सरकार के द्वारा दिवाली और महापर्व छठ को ध्यान में रखते हुए भेज दिया गया हुआ है। लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जिनके खाते में 12वीं किस्त का पैसा अभी तक नहीं पहुंच पाया है, जिसका मुख्य कारण ईकेवाईसी का नहीं होना हो सकता है। लेकिन वैसे किसान जो ईकेवाईसी करा लिए हैं फिर भी उनके खाते में 12वीं किस्त का पैसा नहीं पहुंचा है, तो इसके पीछे लैंड सीडिंग एक बड़ी वजह हो सकती है। केंद्र सरकार के द्वारा योजना में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए बहुत हैं कड़े निर्देश तथा सख्ती बढ़ती गई है। इस योजना का लाभ लेने वाले किसानों के लिए ईकेवाईसी का कराना अनिवार्य कर दिया गया है। ईकेवाईसी के आधार पर ही किसान पात्र है या अपात्र है, इसका पता किया जा सकता है और इसी को आधार मानकर किसान सम्मान निधि योजना का किस्त भेजा जा रहा है। वहीं अगर 12वीं किस्त के पैसे के बारे में बात करें तो यह पैसा किसानों के खाते में 30 नवंबर तक आते रहेगा। ऐसे में जो किसान ने लैंड सीडिंग नहीं कराया है, उन्हें अपने नजदीकी कृषि केंद्र पर जाकर अपना डॉक्यूमेंट अपडेट और वेरिफिकेशन करा लेना चाहिए ताकि उनके खाते में 12वीं किस्त की राशि 30 नवंबर तक पहुंच सके।
इस राज्य के 21 लाख किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि से गायब हुआ नाम

इस राज्य के 21 लाख किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि से गायब हुआ नाम

भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही है, कि देश में फसलों का उत्पादन बढ़ाया जा सके। इसके लिए भारत सरकार किसानों को हर संभव सहायता प्रदान करती है ताकि किसान मजबूत रहें और अपना पूरा ध्यान उत्पादन बढ़ाने में फोकस कर सकें। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने एक योजना शुरू की है, जिसे पीएम किसान सम्मान निधि के नाम से जाना जाता है। इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है, ताकि किसान आर्थिक मोर्चे पर मजबूती के साथ खड़े रहें। इस योजना के अंतर्गत किसानों को 2-2 हजार रुपये की किस्तों में साल में तीन बार रुपये प्रदान किए जाते हैं। सरकार का मानना है, कि इससे किसान खेती के लिए अपनी जरूरत की चीजें खरीद सकते हैं। इस सहायता से उनके ऊपर पड़ रहे आर्थिक बोझ को कम करने में मदद मिलेगी।


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अब इस योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा हो रहा है। जहां कई राज्यों में फर्जी किसान इस योजना के लाभार्थी के तौर पर नामित हैं। इसलिए अब सरकार ऐसे फर्जी किसानों पर एक्शन ले रही है, जिन्होंने अपात्र होते हुए इस योजना के माध्यम से सब्सिडी के पैसे लिए हैं। इस प्रकार का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा अभी तक उत्तर प्रदेश में पकड़ में आया हैं, जहां पर लगभग 21 लाख फर्जी किसान इस योजना का लाभ ले रहे थे। सरकार ने ऐसे फर्जी किसानों को चिन्हित करते हुए उनका नाम पीएम किसान सम्मान निधि से काटना शुरू कर दिया है। पीएम किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त जारी करने के बाद सरकार ने जांच में सख्ती कर दी है। जिसके बाद लाभार्थी किसानों को अपना केवाईसी करवाना अनिवार्य हो गया है। इसके साथ ही सरकार बार-बार किसानों का भू-रिकॉर्ड वेरिफिकेशन और बेनिफिशियरी स्टेटस चेक करवा रही है। अगर उपर्युक्त चीजों में कोई भी चीज गलत पाई जाती है तो किसान का नाम अब पीएम किसान सम्मान निधि से हटाया जा रहा है। जिसके बाद किसान को पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं मिलेगी।

(E-KYC) ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड वेरिफिकेशन कैसे कराएं

जितने भी किसानों का ई-केवाईसी और भूमि रिकॉर्ड वेरिफिकेशन अभी तक नहीं हुआ है, वो किसान अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र, सीएससी सेंटर या फिर साइबर कैफे में जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। यहां बेहद आसानी से उनका केवाईसी अपडेट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही किसान भाई भूमि रिकॉर्ड के वेरिफिकेशन के लिए अपने नजदीकी जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। वहां अपने जरूरी कागजात देकर सत्यापन करवा सकते है।


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ऐसे किसानों को भेजा जा रहा है नोटिस

ऐसे किसान जो इस योजना के तहत सरकारी सहायता लेने के अपात्र हैं तथा जिन्होंने फर्जी दस्तावेज जमा करके सालाना 6 हजार रुपये प्राप्त किए हैं, ऐसे किसानों की राशि वापस करने का नोटिस भेजा जा रहा है। यदि ऐसे फर्जी किसान समय पर पैसा नहीं लौटाते हैं, तो उन पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही कई बैंकों ने जानकारी पाते ही फर्जी किसानों के बैंक खाते बंद कर दिए हैं।

ऐसे करें पीएम किसान सम्मान निधि योजना का स्टेटस चेक

किसान भाई अपनी पात्रता जानने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। इस वेबसाइट के होम पेज पर Beneficiary Status का एक विकल्प दिखाई देगा, इस विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद पेज पर अपनी पंजीकरण संख्या दर्ज करें। पंजीकरण संख्या दर्ज करने के बाद अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें और कैप्चा कोड भरें। उसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, उसे दर्ज करें। ओटीपी दर्ज करने के साथ ही गेट डिटेल पर क्लिक करने के बाद आपका पीएम किसान सम्मान निधि योजना का स्टेटस खुल जाएगा। इस प्रक्रिया से किसान भाई अपना स्टेटस आसानी से चेक कर सकते हैं।
PM किसान योजना की किस्त पाने के लिए ज़रूरी हैं ये दस्तावेज अपलोड करना

PM किसान योजना की किस्त पाने के लिए ज़रूरी हैं ये दस्तावेज अपलोड करना

किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की गई थी। इसके तहत अभी तक 12 केस ट्रांसफर की जा चुकी हैं। आने वाले समय में किसान 13 वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। माना जा रहा है, कि 18 फरवरी तक यह किस्त किसानों के खाते में जमा कर दी जाएगी। इस योजना को शुरू हुए लगभग 50 महीने होने जा रहे हैं और इस बीच इस योजना में कई तरह के छोटे और बड़े बदलाव किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 13 वीं किस्त की अवधि दिसंबर 2022 से मार्च 2023 तक है। इस बीच कभी-भी किसानों को 2,000 रुपये मिल सकते हैं। अगर किसान चाहते हैं, कि उन्हें यह किस सही समय पर मिल जाए तो उन्हें कुछ दस्तावेज अपडेट करवाने होंगे। वेरिफिकेशन की प्रक्रिया से गुजरना होगा जो इस तरह से हैं।

राशन कार्ड अपडेट करें

पीएम किसान योजना के तहत 2 हेक्टेयर से कम जमीन वाले किसानों को ₹6000 की सहायता राशि दी जा रही है। अब इस योजना के तहत किसानों के लिए राशन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। जो भी नए किसान स्कीम से जुड़ना चाहते हैं, वह अपना राशन कार्ड अपलोड करना बिल्कुल ना भूलें। क्योंकि नई लिस्ट राशन कार्ड के आधार पर ही दी जाएगी।

ई-केवाईसी

पीएम किसान की सम्मान निधि पाने के लिए सिर्फ आधार कार्ड, पैन कार्ड या राशन कार्ड लगाने से काम नहीं चलने वाला। अब से ई-केवाईसी यानी बैंक खाते को आधार नंबर से लिंक करना अनिवार्य हो गया है।
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बहुत से किसान ईकेवाईसी नहीं करवा पाए हैं, जिसके कारण उन्हें 12वीं किस्त भी नहीं मिल पाई हैं। यदि आपको भी 12 वीं किस्त नहीं मिली है। तो ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरा करने के बाद 12वीं और 13वीं किस्त का पैसा एक साथ मिल जाएगा। अधिक जानकारी के लिए pmkisan.gov.in पर विजिट कर सकते हैं। अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र/ सीएससी सेंटर पर भी विजिट कर सकते हैं।

भूआलेखों का सत्यापन

11 वीं किस्त के बाद से ही पीएम किसान योजना मैं कुछ तरह की गड़बड़ देखी गई थी। ऐसा मामला सामने आया कि, एक ही परिवार के 2 सदस्य इस योजना के तहत लाभ ले रहे थे। इसके अलावा कुछ समृद्ध किसान भी इस योजना से जुड़े हुए थे। जो इसके नियमों के सख्त खिलाफ है। इस तरह के मामलों को रोकने के लिए कृषि मंत्रालय ने भूआलेखों का सत्यापन यानी की लैंड रिकॉर्ड (Land Record) का भी पूरी तरह से वेरिफिकेशन (Verification) करना अनिवार्य कर दिया है। अब किसान को अपने नाम पर खेत का खतरा, खतौनी, बी-1, रकबा आदि के कागजों की जांच और जमीन का फिजिकल वेरिफिकेशन (Physical Verification) करवाना होगा। इसके लिए अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में जल्द से जल्द संपर्क कर सकते हैं।
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दस्तावेजों की पुनः जांच करें

इस योजना के तहत किस्त में देरी तभी आती है। जब किसानों का विवरण (Detail) अच्छी तरह से ना दी गई हो या फिर गलत दी गई हो। यह किसानों की जिम्मेदारी है, कि आवेदन भरने के दौरान वह अपना सही आधार नंबर, सही मोबाइल नंबर, सही बैंक खाता संख्या, सही पैन कार्ड नंबर और अपना पता भी सही दर्ज करवाएं। यदि इनमें से किसी भी दस्तावेज में बदलाव हो रहा है, तो अपने रजिस्ट्रेशन नंबर को pmkisan.gov.in पर दर्ज करके सारी जानकारी अपडेट कर दें। ताकि अगली-पिछली किस्त खाते में पहुंच जाए।

अपना स्टेटस चेक करें

पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 13वीं किस्त आपके खाते में आएगी भी या नहीं, ये जानना बेहद आवश्यक है। कहीं किसान इंतजार में बैठे रहें और किस्त खाते में पहुंचे ही ना, इसलिए अपने लाभार्थी स्टेटस की जांच करते रहें।
  • सबसे पहले pmkisan.gov.in पर जाएं।
  • Farmers Corner के सेक्शन में जाएं।
  • Beneficiary List पर क्लिक करें।
  • अपना राज्य, जिला, उप जिला, ब्लॉक और गांव को चुनें।
  • Get Report पर क्लिक करते ही रिपोर्ट खुल जाएंगी। यहां अपना नाम चेक करें।
  • यदि आपकी किस्त के Status के आगे 'Rft Signed By State' लिखा हुआ है। तो जल्द ही आपके बैंक खाते में सम्मान निधि का पैसा ट्रांसफर हो जाएगा।
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के तहत दी जाएगी किसानों को पेंशन; जाने क्या है स्कीम

प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के तहत दी जाएगी किसानों को पेंशन; जाने क्या है स्कीम

भारत सरकार किसानों के कल्याण के लिए समय-समय पर कई तरह की योजनाएं चलाती रहती है. अभी भी सरकार द्वारा किसानों के हित का ध्यान रखते हुए पीएम किसान सम्मान निधि, किसान समृद्धि केंद्र, किसान क्रेडिट कार्ड और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना समेत कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. 

हम सभी जानते हैं कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6000 दिए जाते हैं जो उन्हें ₹2000 की किस्त में तीन बार खाते में दिए जाते हैं. 

सरकार द्वारा किसानों को उनके बुढ़ापे के दौरान मदद करने के लिए एक पेंशन स्कीम भी चलाई जा रही है. प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के तहत किसान सरकार से पेंशन ले सकते हैं.

क्या है प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना?

प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना सरकार के द्वारा चलाई गई योजना है जो छोटे और सीमांत किसानों के लिए चालू की गई है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य बुढ़ापे में किसानों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा देना है. 

18 से 40 साल की उम्र के किसान इस योजना के तहत फायदा ले सकते हैं. अगर जमीन की बात की जाए तो 2 हेक्टेयर तक की खेती योग्य भूमि वाले छोटे और सीमांत किसान इस योजना के लिए आवेदन दे सकते हैं. 

इसके अलावा अगर उनके नाम पर राज्य या फिर केंद्र शासित प्रदेशों में किसी भी तरह की भूमिका रिकॉर्ड है तो इस योजना के तहत उन्हें योग्य नहीं माना जाएगा. प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के अनुसार एक बार किसान जब 60 वर्ष की उम्र पूरी कर लेता है तो उसके बाद उन्हें हर महीने ₹3000 की न्यूनतम पेंशन सरकार द्वारा दी जाएगी.  

इसके अलावा अगर किसी कारण से किसान की मृत्यु हो जाती है तो किसान की पत्नी या फिर परिवार को पेंशन का आधा हिस्सा यानी कि 50% पेंशन मुहैया करवाई जाएगी. सरकार द्वारा दी जाने वाली यह पेंशन केवल पति पत्नी के लिए ही लागू है एक बार किसान की मृत्यु होने पर उसके बच्चे इस योजना के तहत लाभ नहीं उठा सकते हैं. 

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कितने किसान  दे रहे हैं आवेदन?

इस योजना के तहत 18 से 40 वर्ष की आयु के बीच में किसान आवेदन दे सकता है.  इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए किसानों को 60 साल की उम्र तक हर महीना केवल 55 से ₹200 का योगदान करना होगा. 

एक बार 60 वर्ष का हो जाने के बाद आप इस स्कीम के तहत पेंशन राशि प्राप्त करने के लिए योग्य हो जाते हैं. इसके बाद हर महीने उनके पेंशन खाते में एक निश्चित राशि सरकार द्वारा जमा होती रहेगी. 

इस योजना में सरकार मिलान योगदान देती है. उदाहरण के लिए अगर कोई भी किसान खाते में ₹200 जमा कर रहा है तो सरकार की तरफ से भी उस खाते में ₹200 जमा किए जाएंगे. आंकड़ों की मानें तो अभी तक लगभग 2 करोड़ से ज्यादा किसान प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के विकल्प को चुनने के लिए आवेदन दे चुके हैं

आ गया पीएम किसान की 14वीं किस्त पर बड़ा अपडेट, इस महीने आएंगे अकाउंट में पैसे

आ गया पीएम किसान की 14वीं किस्त पर बड़ा अपडेट, इस महीने आएंगे अकाउंट में पैसे

किसानों के लिए केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना चला रही है. सीमांत किसानों की आर्थिक मदद करने के लिए इसे योजना की शुरुआत की गयी है. इस योजना के अंतर्गत किसानों के खातों में अब तक 13 किस्ते जा चुकी हैं. जिसके बाद अब 14वीं किस्त को लेक्ट भी बड़ा अपडेट आ चुका है. 27 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 13वीं किस्त को जारी किया था. जिसके लिए केंद्र सरकार की ओर से कुल 16 हजार करोड़ रूपये की राशि खर्च की गयी. बताया जा रहा है कि, केंद्र सरकार की इस योजना का फायदा देश के करीब 8 करोड़ से भी ज्यादा किसानों को मिला है. जिसके बाद अब किसान अगली यानि की 14वीं किस्त को लेकर काफी उत्साहित हैं. उनके मन में अब सिर्फ एक ही सवाल है, कि 14वीं किस केंद्र सरकार कब और कौन से महीने में जारी करेगी.
  • नहीं करना होगा ज्यादा इंतज़ार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक
पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ी 14वीं किस्त के लिए किसान भाइयों को अब ज्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा. अगर किसान इसका फायदा उठाना चाहते हैं, तो अपने बैंक से जुड़े सारे प्रोसेस को पहले पूरा कर लें. काफी किसानों ने अब तक अपना केवाईसी भी अपडेट नहीं किया है, और अकाउंट नंबर को आधार से भी लिंक नहीं करवाया है. ऐसे में किसानों को पहले इन सब कामों को पूरा करना जरूरी होगा. वरना जो किसान 13वीं किस्त से वंचित रह गये हैं, वो 14वीं किस्त से भी वंचित रह जाएंगे.
  • केंद्रीय योजना है पीएम किसान सम्मान निधि

केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही पीएम किसान सम्मान निधि योजना सीमांत किसानों की आर्थिक मदद के लिए है. जिसमें सरकार हर साल किसानों को 6 हजार रुपये की राशि देती है. इस राशि को दो-दो हजार रुपये की तीन समान किस्तों में किसनों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है. इस योजना की सबसे ख़ास बात यह ही कि, इसके लिए किसानों को भाग दौड़ नहीं करनी पड़ती. इस योजना के लिए केंद्र सरकार अब तक ढ़ाई लाख करोड़ रूपये से भी ज्यादा की राशि खर्च कर चुकी है.

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  • अप्रैल से जुलाई के बीच जारी हो सकती है 14वीं किस्त

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अप्रैल से जुलाई के बीच केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस को जारी कर सकती है. आपको बता दें ऑफिसियल तौर पर इस मामले में अभी तक कोई ऐलान नहीं किया गया है. ऐसे कई किसान हैं, जिनके बैंक अकाउंट में अब तक 13वीं किस्त नहीं पहुंच पायी है. ऐसे में किसान हेल्पडेस्क पर भी अपनी शिकायत कर सकते हैं. इसके अलावा 011-24300606 और 155261 पर फोन करने किसान अपनी शिकायत को दर्ज कर सकते हैं. वहीं सरकार ने किसानों की मदद के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किये हैं. जो 18001155266 है. इसके साथ ही किसान भाई अपनी समस्या बताने के लिए pmkisan-funds@gov.in पर विजिट कर सकते हैं.
इस राज्य में 6 हजार अपात्र किसानों ने पीएम किसान सम्मान निधि से लाखों रुपए का लाभ उठाया

इस राज्य में 6 हजार अपात्र किसानों ने पीएम किसान सम्मान निधि से लाखों रुपए का लाभ उठाया

जैसा कि हम जानते हैं, कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना केंद्र द्वारा चलाई गई योजना है। इसके तहत किसानों को वर्ष में 6000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। इस योजना का आरंभ लघु और सीमांत किसानों के लिए किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान) में बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा देखने को मिला है। बताया जा रहा है, कि हजारों अपात्र किसानों द्वारा फर्जी तौर से पीएम किसान का फायदा प्राप्त किया गया है। इससे सरकारी खजाने को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। हालांकि, फर्जीवाड़े के मामले के सामने आने के बाद अधिकारियों ने कार्रवाई चालू कर दी है। फिलहाल, इन फर्जी किसानों को शीघ्र ही पीएम किसान की धनराशि वापस करनी पड़ेगी। यदि नहीं की तो उनके ऊपर कार्रवाई भी की जा सकती है। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम किसान में यह फर्जीवाड़ा उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद में हुआ है। यहां लगभग 6 हजार अपात्र कृषकों को पीएम सम्मान निधि योजना की धनराशि दी गई है। साथ ही, बहुत सारे ऐसे भी अपात्र लाभार्थी सामने आए हैं, जिनके पास खेती करने के लिए बिल्कुल भी जमीन नहीं थी। इतना ही नहीं वे दूसरे तहसीलों के निवासी थे। इसके बावजूद भी उनको पीएम किसान का लाभ मिल गया। अब कृषि एवं राजस्व विभाग की तरफ से इस तरह के अपात्र किसानों की जाँच कर बैंकों के माध्यम से नोटिस भेज रहा है। नोटिस में उन कृषकों को पीएम किसान की धनराशि को वापस करने के लिए कहा गया है। अगर किसान धनराशि वापस नहीं करते तो कानूनी कार्रवाई भी करने की बात भी कही गई है।

अपात्र किसानों की पहचान कैसे की गई

अलीगढ़ जनपद में केंद्र सरकार द्वारा 3.75 लाख किसानों के खाते में पीएम किसान की धनराशि हस्तांतरित की जाती है। परंतु, जब कृषि एवं राजस्व विभाग ने जांच कराई तो पता चला कि कोल, गभाना, इगलास, खैर और अतरौली तहसील में हजारों ऐसे अपात्र किसान हैं, जो पीएम किसान योजना का नाजायज तरीके से फायदा उठा रहे हैं। दरअसल, गभाना के सौंगरा गांव के बहुत सारे ग्रामीणों ने अतरौली तहसील के धनसारी गांव का मूल निवासी बताके पीएम योजना का फायदा उठा लिया था। जब यह मामला उजागर हुआ तो जांच के उपरांत परत दर परत सभी अपात्र किसान पकड़े गए। यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना राजस्व टीम की जांच में इस पूरे खेल का पर्दाफाश हुआ है। विशेष बात यह है, कि इनमें से किसी के समीप भी खेती के लिए भूमि नहीं है। मतलब कि भूमिहीन होने के उपरांत भी इन लोगों ने फर्जी ढंग से पीएम किसान की धनराशि उठा ली है।

पीएम किसान योजना किस वजह से शुरू की गई थी

बतादें, कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक केंद्रीय योजना है। इसके अंतर्गत किसानों को वर्ष में 6000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। 2000 रुपये की 3 समान किस्तों में कर के यह धनराशि किसानों के खातों में हस्तांतरित कर दी जाती है। अब तक केंद्र सरकार द्वारा 13 किस्त जारी की जा चुकी हैं। फिलहाल, किसान 14वीं किस्त की प्रतीक्षा कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कम जोत वाले एवं सीमांत किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए यह योजना चालू की थी। विगत 27 फरवरी को पीएम मोदी ने पीएम किसान की 13 वीं किस्त जारी की थी। इसके लिए 16800 करोड़ रुपये का खर्चा किया गया था। साथ ही, 8 करोड़ से ज्यादा कृषकों ने 14वीं किस्त का फायदा उठाया था।
पीएम किसान सम्मान निधि की 14 वीं किस्त सिर्फ इन किसानों को दी जाएगी

पीएम किसान सम्मान निधि की 14 वीं किस्त सिर्फ इन किसानों को दी जाएगी

पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त एक परिवार में केवल एक व्यक्ति को ही दी जाएगी। मतलब कि जो परिवार का मुख्य व्यक्ति होगा उसको ही पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त प्रदान की जाएगी। पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त की प्रतीक्षा भारत के करोड़ों किसान काफी समय से कर रहे हैं। हालांकि, अब उनकी प्रतीक्षा की घड़ी समाप्त होने वाली है। क्योंकि भारत सरकार कुछ ही दिनों के अंदर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त किसानों के खातों में हस्तांतरित करने वाली है। मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, आगामी सप्ताह में पीएम किसान योजना की शेष बची किस्त जारी कर दी जाएगी। दरअसल, इस बार इस योजना की धनराशि केवल ऐसे किसान भाइयों को दी जाएगी जो इसके वास्तविक पात्र होंगे। आगे अब हम आपको बताऐंगे कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना की धनराशि किन-किन किसान भाइयों को मिलेगी एवं किसके बैंक खातों में यह धनराशि हस्तांतरित की जाऐगी। यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

इन किसानों के बैंक खातों में पीएम किसान सम्मान निधि की 14 वीं किस्त भेजी जाएगी

पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त एक परिवार में केवल एक ही व्यक्ति को दी जाएगी। इसका अर्थ है, कि आपके परिवार का जो प्रमुख व्यक्ति होगा उसको ही पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त प्रदान की जाएगी। अब ऐसे समझ लीजिए कि अगर एक परिवार में चार लोग हैं। दो बेटे एवं माता पिता। ये चारों व्यक्ति बेशक ही खेती-किसानी करते हैं। परंतु, पीएम किसान योजना की धनराशि केवल परिवार के मुखिया, मतलब केवल पिता के आधिकारिक बैंक खाते में ही हस्तांतरित की जाएगी। इसलिए यदि परिवार के मुखिया के बैंक खाते में कोई भी टेक्निकल समस्या आती है, तो उसको वक्त रहते सुधार लें। यह भी पढ़ें: इस राज्य में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 6 नहीं 10 हजार की धनराशि मिलेगी

ऐसे लोगों की किस्त रुक सकती है

इस बार बहुत सारे लोगों को पीएम किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त की धनराशि नहीं मिल पाएगी। यह वो लोग हैं, जिनकी अब तक 13वीं किस्त भी नहीं आई है अथवा जिन लोगों का अब तक ई-केवाईसी नहीं हुआ है। वहीं, यदि आपके आधार कार्ड में कोई गलती है, तब भी आपकी 14वीं किस्त रुक सकती है। इसलिए यदि आपकी ई-केवाईसी अभी तक नहीं हुई है, तो उसको करा लें। यदि आपके आधार कार्ड में किसी तरह की कोई त्रुटि है, तो उसमें सुधार करा लें। साथ ही, बहुत सारे किसान ऐसे भी हैं, जिनके बैंक खातों में कुछ गड़बड़ी होने की वजह से पीएम किसान सम्मान निधि की धनराशि वक्त पर नहीं आ पा रही है। अब ऐसी स्थिति में लोगों को भी अपने बैंक अकाउंट की तकनीकी खामियों को शीघ्र अति शीघ्र ठीक कर लेना चाहिए।
कृषि मंत्रालय ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना में किया अहम बदलाव

कृषि मंत्रालय ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना में किया अहम बदलाव

यदि आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पात्र हैं। तो ऐसे में आपके लिए एक बड़ी खबर है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं, जिसका प्रत्यक्ष तौर पर प्रभाव देश के 8 करोड़ से अधिक किसानों के ऊपर पड़ेगा। भारत सरकार शीघ्र ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त की धनराशि को हस्तांतरित करने वाली है। अब ऐसे में योजना की 14वीं किस्त को जारी करने से पूर्व सरकार ने कुछ जरूरी बदलाव योजना के अंदर किए हैं। वर्तमान में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में लाभार्थी स्टेटस देखने का ढ़ंग पूर्णतय बदल गया है। इसके अतिरिक्त सरकार ने पीएम किसान मोबाइल एप भी जारी किया है। बेनिफिशियरी स्टेटस को देखने का तरीका फिलहाल परिवर्तित हो चुका है। बेनिफिशियरी स्टेटस को देखने के लिए आपको फिलहाल रजिस्ट्रेशन नंबर की आवश्यकता पड़ेगी।

कृषि मंत्रालय ने पीएम किसान मोबाइल ऐप जारी किया

साथ ही, फर्जीवाड़े की रोकथाम करने के मकसद से केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने पीएम किसान मोबाइल एप को भी जारी किया है। इस ऐप की विशेष बात यह है, कि यह फेस ऑथेन्टिकेशन तकनीक से युक्त है।

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जानकारी के लिए बतादें कि इस एप की सहायता से किसान बड़ी सहजता से फेस ऑथेंटिकेशन की मदद से अपनी ई-केवाईसी करा सकते हैं। अब ऐसी स्थिति में उनको वन टाइम पासवर्ड एवं फिंगरप्रिंट की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

15 जुलाई से पहले आ सकती है 14वीं किस्त

भारत सरकार की तरफ से अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 13 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। अब ऐसी स्थिति में देशभर में करोड़ों किसान इस स्कीम की 14वीं किस्त का बड़ी ही उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक, तो भारत सरकार 15 जुलाई से पूर्व प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त की धनराशि को हस्तांतरित कर सकती है। हालांकि, सरकार की तरफ से अब तक इसको लेकर किसी तरह की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की लिस्ट से 81000 अपात्र किसानों का नाम कटा

पीएम किसान सम्मान निधि योजना की लिस्ट से 81000 अपात्र किसानों का नाम कटा

भारत के किसानों की आर्थिक हालत में सुधार करने के लिए भारत सरकार ने पीएम किसान योजना शुरू की। साथ ही, वर्तमान में इसका फायदा भारत के तकरीबन समस्त किसान उठा रहे हैं। भारत सरकार की पीएम किसान योजना के संबंध में तो आप सब लोग अच्छी तरह जानते हैं, कि यह किसानों के लिए कैसे फायदेमंद है। भारत के बहुत सारे किसान इस योजना से जुड़कर आर्थिक लाभ हांसिल कर रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार से प्रति वर्ष 6000 रुपए तीन किस्तों में किसानों के खाते में भेजी जाती हैं। 

किसान 15 वीं किस्त के आने का इंतजार कर रहे हैं

अगर देखा जाए तो भारत के किसानों को अब तक इस योजना की 14वीं किस्त प्राप्त हो चुकी है। वहीं, फिलहाल किसानों को 15वीं किस्त की प्रतीक्षा है। यह अंदेशा लगाया जा रहा है, कि
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की कुछ ही महीनों में 15वीं किस्त भी किसानों के खातों में हस्तांतरित करदी जाएगी। परंतु, भारत सरकार की इस योजना से कुछ किसानों को बाहर रखा गया है। शायद इन्हीं सब वजहों से सरकार की बहुत सी योजनाओं से वर्तमान में धीरे-धीरे देश के किसानों की तादात कम होती जा रही है।

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81000 किसानों को इस योजना के लिए अपात्र माना गया है

दरअसल, बिहार राज्य से एक बड़ा समाचार सामने आ रहा है, कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से प्रदेश के तकरीबन 81,000 किसानों को इस योजना के लिए अपात्र माना गया है, जिसकी वजह से इन्हें इस योजना से बाहर कर दिया गया है। चलिए जानते हैं, कि राज्य के किन किसानों को पीएम किसान योजना से बाहर रखा गया है। 

जानिए किन किसानों को लाभ नहीं मिल पाऐगा।

  • सरकारी पदों पर नियुक्त किसान का परिवार।
  • संस्थागत भूमि धारक।
  • राज्य या केंद्र सरकार के सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारी व कर्मचारी।
  • 10 हजार रुपए से ज्यादा प्रति माह कमाने वाले किसान भाई।
  • पेंशनभोगी, इंजीनियर, डॉक्टर और वकील परिवार आदि।
  • सिर्फ इन किसानों को मिलेगा योजना का लाभ।
  • छोटे व आर्थिक रूप से कमजोर किसान।
  • भूमिधारी किसान परिवार आदि।
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पीएम किसान योजना में इस तरह आवेदन करें

  • किसानों को इस योजना के अंतर्गत घर बैठे आवेदन करने के लिए पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना पड़ेगा। जहां से वह सहजता से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
  • किसान सूची में इस प्रकार अपना नाम चेक करें।
  • पीएम किसान की लिस्ट में अपना नाम देखने के लिए किसान को सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • इसके बाद स्क्रीन के दाएं तरफ 'Beneficiary List' टैब पर जाएं।
  • इसके बाद आप ड्रॉप-डाउन से विवरण चुनें जैसे कि राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव का चयन जरूर करें।
  • इसके बाद आपको गेट रिपोर्ट पर टैब करना है।
  • इसके बाद आपके सामने Beneficiary List डिटेल स्क्रीन पर दिखाई देगी।
  • किसान सहायता के लिए पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि हमारे कृषक भाई इस योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या पर ईमेल आईडी pmkisan-ict@gov.in एवं हेल्पलाइन नंबर- 155261 अथवा 1800115526 पर संपर्क कर सकते हैं।